Ya Rasool Allah Unzur Halana Lyrics (Dua With Meaning) 2025
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Overview
अस्सलामु अलैकुम रीडर्स, Ya Rasool Allah Unzur Halana Lyrics एक अज़ीम नात और एक दुआ है जो दिल को सुकून और रूहानी तसल्ली देती है। यह नात रसूल अल्लाह ﷺ की शान और उनकी रहमत की तारीफ में पढ़ी जाती है।
इसका हर लफ्ज़ मोहब्बत और अकीदत से भरा हुआ है, जो एक मुसलमान के दिल में रसूल अल्लाह ﷺ के लिए मोहब्बत और जज़्बा बढ़ाता है।
Ya Rasool Allah Unzur Halana Lyrics In English
Ya Rasool Allahi Unzur Halana Ya Habeeballahi Isma-a Qalana Innani Fi Bahri Ghammin Mughraqun Khuz Yadi Sahhil Lana Ashkalana
Ya Rasool Allah Unzur Halana Lyrics Meaning In English
O Allah’s Prophet,(Sallallahu alaihi wasallam) kindly look at my state
O Beloved(Sallallahu alaihi wasallam) of Allah, please listen to my plea
Without doubt I am in a sea of anxiety and concern
Please hold my hand and ease my difficulties
Ya Rasool Allah Unzur Halana Lyrics In Hindi
या रसूल अल्लाह अंज़ुर हालना
या हबीब अल्लाह असमअ क़ालना
इन्ननी फी बहर-ए-ग़म मुघरक़
ख़ुज़ यदी सह्ल लना अशकालना
Ya Rasoolallah Unzur Halana Lyrics Tarjuma In Hindi
ए अल्लाह के रसूल, मेरे हाल को देखिए। ए अल्लाह के प्यारे, मेरी इल्तिजा को सुनिए। मैं ग़मों के दरिया में ग़र्क हो रहा हूँ। मेरा हाथ पकड़िए और मेरी मुश्किलें आसान फरमाइए।
Ya Rasool Allah Unzur Halana Lyrics In Arabic With Urdu Tarjuma
اے اللّٰہ کے رسول میرے حال کو دیکھئے اے اللّٰہ کے پیارے میری التجا کو سنئے میں غموں کے دریا میں غرق ہورہا ہوں میرا ہاتھ پکڑیئے اور میری مشکلیں آسان فرمایئے
Ya Rasool Allah Unzur Halana Naat Lyrics
या रसूलल्लाही उंज़ुर हालना, या हबीबल्लाही इस्मा का क़लना इन्ननी फी बह्रि ग़म्मिन मुग़रक़ुम, खुद यदी, सह्हिल लना अश्कालना
या नबी चश्मे अता फरमाइए दर गुज़र हर एक खता फरमाइए
आह… नज़रे करम
दर गुज़र हर एक खता फरमाइए गुंबद-ए-खज़रा के जलवे हो नसीब ये करम या मुस्तफा फरमाइए
आपके कदमों में हो जाऊं शहीद और कुछ सबब ऐसा शाह फरमाइए
या रसूलल्लाह मेरी मग़फिरत हो खुदा से ये दुआ फरमाइए
आह… नज़रे करम हो खुदा से ये दुआ फरमाइए
आका दर गुज़र हर एक खता फरमाइए इस्तेक़ामत दीन पर हम को अता कज़बा-ए-होफो रज़ा फरमाइए
नेमत-ए-अख़लाक कर दीजिए अता ये करम या मुस्तफा फरमाइए ग़ीबत और चुगली के आफ़त से बचें ये करम या मुस्तफा फरमाइए
हम रियाकारी से बचते रहें ये करम या मुस्तफा फरमाइए नफ़्स-ओ-शैतान की शरारत दूर हो ये करम या मुस्तफा फरमाइए
अपने आसी की शफ़ाअत हश्र में शाफ़िऐ-रोज़-ए-जज़ा फरमाइए मदनी पर कर बेहिसाब करम फ़ातिमा का वास्ता फरमाइए
दूर आफ़तों मसाएब या नबी बह्रे शाह-ए-कर्बला फरमाइए
दम लबों पर आ गया अत्तार का अब कदम रंजा शहा फरमाइए
आह… नज़रे करम
या नबी चश्मे अता फरमाइए दर गुज़र हर एक खता फरमाइए
या रसूलल्लाही उंज़ुर हालना, या हबीबल्लाही इस्मा का क़लना इन्ननी फी बह्रि ग़म्मिन मुग़रक़ुम, खुद यदी, सह्हिल लना अश्कालना
Ya Rasoolallahi Unzur Halana Dua Benefits
“या रसूल अल्लाह उन्ज़ुर हालना” एक अज़ीम दुआ और नात है जो रसूल अल्लाह ﷺ की शफ़ाअत और रहमत का वसीला लेने के लिए पढ़ी जाती है। इसके अल्फ़ाज़ दिल में मोहब्बत, अकीदत और रूहानी सुकून पैदा करते हैं।
इस दुआ के ज़रिए रसूल अल्लाह ﷺ की शफ़ाअत मांगी जाती है।
इसे पढ़ने से दिल को सुकून और तसल्ली मिलती है।
यह दुआ रसूल अल्लाह ﷺ के लिए मोहब्बत और अकीदत को बढ़ाती है।
मुश्किल हालात में यह दुआ हिम्मत और उम्मीद देती है।
इसे पढ़ने से इमान मज़बूत होता है और अल्लाह पर भरोसा बढ़ता है।
इस दुआ के अमल से मुश्किलें हल होती हैं और ज़िंदगी में बरकत आती है।
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Muhammad Sid
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