ईद की नमाज़ (Eid Ki Namaz Ka Tarika) वह नमाज़ है जो इमाम जमात के साथ अदा करता है, जो दो रक़अतों पर مشتمل होती है। हज़रत उमर (रज़ि.) ने फरमाया:
“फ़ित्र की नमाज़ दो रक़अत है और अज़हा की नमाज़ भी दो रक़अत है, मुकम्मल और बिना किसी कमी के, जैसे तुम्हारे नबी (ﷺ) ने सिखाई है।”
हज़रत अबू सईद (रज़ि.) फरमाते हैं: “रसूलुल्लाह (ﷺ) ईद-उल-फ़ित्र और ईद-उल-अज़हा के दिन ईदगाह जाते और सबसे पहले नमाज़ अदा करते।”
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ईद की नमाज़ का तरीका
ईद की नमाज़ मुसलमानों के लिए एक ख़ास इबादत है जो हर साल ईद-उल-फ़ित्र और ईद-उल-अज़हा के दिन पढ़ी जाती है।
ये नमाज़ शुक्र और ख़ुशी का इज़हार है जो अल्लाह तआला ने हमें ईद की सूरत में अता फ़रमाई है। आइए, हम ईद की नमाज़ का सही तरीक़ा आसान अल्फ़ाज़ में समझने की कोशिश करते हैं।
ईद की नमाज़ का वक़्त (Eid Ki Namaza Ka Waqt)
ईद की नमाज़ फ़ज्र के बाद और ज़वाल से पहले पढ़ी जाती है। बेहतरीन तरीक़ा ये है कि सूरज निकलने के बाद कुछ देर रुककर नमाज़ पढ़ी जाए।
ईद की नमाज़ से पहले तैयारी (Eid Ki Namaz Se Pahle Ki Taiyyari)
ईद की नमाज़ से पहले कुछ मुस्तहब (पसंदीदा) आमाल हैं जो किए जाएं:
✅ ग़ुस्ल करना (पाक-सफ़ाई का एहतमाम)
✅ अच्छे कपड़े पहनना
✅ मिस्वाक करना
✅ ख़ुशबू लगाना
✅ ईद-उल-फ़ित्र के दिन कुछ मीठा (खजूर या कोई और चीज़) खा लेना
✅ ईद-उल-अज़हा के दिन नमाज़ से पहले कुछ न खाना
Eid Ki Namaz Ka Tarika In Hindi (ईद की नमाज़ का तरीका )
🔹 1️⃣ नियत (इरादा) करें
"नियत की मैंने दो रकअत नमाज़े ईद उल फित्र की 6 ज़ायेद तकबीरों के साथ वास्ते अल्लाह तआला के पीछे इस इमाम के मुंह मेरा तरफ काबा शरीफ के अल्लाहु अकबर।"
Eid Ki Namaz Ki NIyat
🔹 2️⃣ तकबीर-ए-तहरीमा
इमाम के साथ हाथ उठाकर “अल्लाहु अकबर” कहें और हाथ बाँध लें। सना (सुब्हानक अल्लाहुम्मा…) पढ़ें।
🔹 3️⃣ ज़ायद तकबीरें
फिर इमाम तीन बार “अल्लाहु अकबर” कहेगा और हर तकबीर पर हाथ उठाकर छोड़ देना है। तीसरी तकबीर के बाद हाथ बाँध लेना है।
🔹 4️⃣ सूरह फातिहा + सूरह
फिर इमाम सूरह फातिहा और कोई सूरह पढ़ेगा। इसके बाद रुकू और सजदा कर के दूसरी रकअत के लिए खड़े हो जाएँगे।
🔹 5️⃣ दूसरी रकअत में तकबीरें
इमाम सूरह फातिहा और कोई सूरह पढ़ेगा। फिर रुकू से पहले तीन तकबीरें कहेंगे और हर तकबीर पर हाथ उठाकर छोड़ देना है। चौथी तकबीर के साथ रुकू कर लेना है।
🔹 6️⃣ नमाज़ मुकम्मल करना
फिर आम नमाज़ों की तरह नमाज़ मुकम्मल करनी है।
नमाज़ के बाद ख़ुत्बा सुन्नत है
ईद की नमाज़ ख़ुत्बे से पहले होती है।
हज़रत जाबिर इब्न अब्दुल्लाह (रज़ि.) से रिवायत है: “नबी (ﷺ) ईद-उल-फ़ित्र के दिन निकले और ख़ुत्बे से पहले नमाज़ अदा की।” (बुख़ारी, 958; मुस्लिम, 885)
हज़रत अबू सईद (रज़ि.) से रिवायत है: “रसूलुल्लाह (ﷺ) ईद-उल-फ़ित्र और ईद-उल-अज़हा के दिन सबसे पहले नमाज़ अदा करते, फिर खड़े होकर लोगों से मुख़ातिब होते।” (बुख़ारी, 956)
☑️ यह सुन्नत है कि ईद की नमाज़ पहले पढ़ी जाए और ख़ुत्बा बाद में दिया जाए।
ईद की नमाज़ के बाद इमाम ख़ुत्बा देगा जो सुन्नत है। नमाज़ के बाद सबको तवज्जो से ख़ुत्बा सुनना चाहिए और इधर-उधर बात नहीं करनी चाहिए।
ईद की नमाज़ के बाद क्या करना चाहिए?
✔ एक-दूसरे को ईद मुबारक कहना
✔ घर वालों और दोस्तों से मिलना
✔ अच्छी चीज़ें खाना और बाँटना
✔ ग़रीबों और ज़रूरतमंदों की मदद करना
आख़िरी बात
ईद की नमाज़ एक अज़ीम इबादत है जो मुसलमानों के लिए एक इज्तेमाई (मिलजुल कर) इबादत का ज़रिया है।
इसमें हम शुक्र अदा करते हैं और एक-दूसरे के साथ मोहब्बत का इज़हार करते हैं। अल्लाह तआला हमें ईद की नमाज़ सही तरीक़े से अदा करने की तौफ़ीक़ दे। आमीन! 🤲